2009 के बीतने में अब कुछ घंटे, कुछ ही क्षण शेष रह गए हैं। हर साल की तरह आने वाला साल भी अपने साथ ढेर सारी खुशियां और गम लेकर आएगा। हर कोई जानता है कि जिंदगी कभी खुशी कभी गम का ही नाम है। फिर भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपने दुखों के आगे अपनी छोटी-छोटी खुशियों को नजर अंदाज कर देते हैं।
जिंदगी एक ही बार मिलती है, फिर लोग क्यों नहीं इसे हंसते-हंसते बिताते। जाने क्यों लोग यह बात समझना नहीं चाहते कि यही छोटी-छोटी खुशियां जिंदगी को आसान बना देती हैं। यही पल तो हमें संघर्ष करने की प्रेरणा देते हैं। यह सोचने की बजाए कि हमें क्या नहीं मिला है, यह सोचना बेहतर हो कि हमारे पास क्या है, और यही वह पल होगा जो आपको ढेर सारी खुशी दे जाएगा। हर नए साल पर लोग कोई ना कोई संकल्प जरूर लेते हैं, लेकिन साल बीतने का समय आ जाता है और वह अपने पिछले संकल्प को बिना पूरा किए नए संकल्प ले डालते हैं।
बेहतर हो कि आप इस साल नए संकल्प लेने के बजाए 2009 के अपने कुछ खूबसूरत खुशियों भरे पल को याद कर एक बार फिर खुश हों। ...और इस साल की शुरुआत छोटी-छोटी खुशियों भरे पल के साथ करें।
नव वर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएं के साथ....